top of page

स्कूल और बैंच/पार्ट-2

  • Writer: JR Bishnoi
    JR Bishnoi
  • Nov 30, 2019
  • 1 min read

चेहरे पर मुस्कान लाता समय कितना हसीन था सपनो का संसार में स्वर्ग का द्वार था उसके प्यार मे, मै हर घड़ी तैयार था उसका तो पता नहीं मै उससे मुलाकात के लिये तैयार था पर बिना मुलाकात पूरी साल गुजारदी वो भी एक प्यार था। बातचीत नही थी पर नयनो का संसार था बता नही सका उसे मेरी एक बात बता नहीं सका उसे मेरी एक बात जिससे मै प्यार करता था वो भी एक प्यार था स्वपन का संसार था

वो सतरह अठारह का बैंच था।®️©️जेेआर'बिश्नोई'

 
 
 

Comments


bottom of page