
नवरचना साहित्य पब्लिकेशन्स में आपका स्वागत है ।
जेआर'बिश्नोई'
नवरत्न साहित्य पब्लिकेशन्स में, हम काम कर रहे हैं कि असाधारण लेखक को जनता के साथ अपनी बातें साझा करने में और प्रकाशित करने में मदद कर सकें।साहित्य समाज का दर्पण व दीपक होता है इसलिए साहित्य की महत्ता में कहा गया है
"अन्धकार है वहां,जहां आदित्य नहीं है
मुर्दा है वह देश,जहाँ साहित्य नहीं है ----------------------------- ■संपादक-जेआर'बिश्नोई'चाडी
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जेआर'बिश्नोई '
निकाल है एक परिंदा नभ के आँगन को नापने के खातिर
Our Story
A Publishing Success Story
नवरचना साहित्य पब्लिकेशन्स,साहित्यकार जेआर बिश्नोई की लिखने व पढने मे अत्यधिक पसंद होने के कारण उन्होने विचार किया की मैं भी एक ऑनलाइन मंच जहाँ सब कुछ आप साहित्य सामग्री प्रकाशित करवा सके,प्रदान करू ।इस विचार ने इस नवरचना साहित्य पब्लिकेशन्स की शुरुआत हुई ।नवरचना नामकरण नई रचना से है जब ऑनलाइन मंच का विचार आया तो सोचा की नाम क्या रखा जाये।कुछ समय विचार के बाद सोचा की मे मंच रचना प्रकाशित के लिये शुरु कर रहा हूँ जो नई रचना होगी,इस नई से ही नव बनकर नवरचना साहित्य पब्लिकेशन्स की स्थापना हुई। ✍जेआर बिश्नोई की कलम से
Our Authors

जेआर'बिश्नोई'
Biography
राजस्थान के मारवाड़ प्रदेश में जन्म लेने वाले साहित्य रचना करने एवं पढ़ने की अत्यधिक रुचि के कारण प्रगतिशील सोच के धनी कहे जाने वाले जेआर'बिश्नोई' एक किसान परिवार से संबंध रखते हैं उनका जन्म श्री कृष्ण नगर चाडी जोधपुर में हुआ जो अपनी प्रतिभा के बल पर अपने ही जैसे नए कवि और लेखको को साहित्यिक रचना प्रकाशित करने के लिए एक ऑनलाइन नवरचना साहित्य पब्लिकेशन्स की स्थापना की। गुरु जंभेश्वर के विचारों से प्रेरित जेआर बिश्नोई एक युवा साहित्यकार राजनीतिज्ञ सामाजिक कार्यकर्ता है।