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पंख और आसमां 

  • Writer: JR Bishnoi
    JR Bishnoi
  • Nov 29, 2019
  • 1 min read

याद रखना तुम भुल मत जाना

कि

मैं मानव हूँ पंछी की तरह उड़ नही सकता हूँ यह कदापि नही यह कदापि नही तुम उड़ सकते हो । तुम नाप सकते हो तुम जीत सकते हो असीम ऊंचाई को तुम इस धरा पर नव नीड़ का निर्माण कर सकते हो और तुम पंख लगाकर इस आसमां में परिंदो की तरह उड़ भी सकते हो।

 
 
 

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